Mar 14 2022

Is sex the solution to every problem in life?

Sex has a direct relationship with human feelings and personalities.Everyone wants to know more about it, feel it and indulge into it and experience excitement and enjoyment of the same. Within the social boundaries people are also allowed to experience the same. But limits of the ecstatic experience are limited and these are also not ever lasting , infact these are time bound and temporary still most people do start believing that this is the only aim in life.

Actually in real life Sex is related directly to giving birth to child and continue the human race, but this does impact cultures, traditions and health. This does bring a balance in nature and satisfaction to some extent and truly speaking it is a part of every thing that nature does.

SO now the question really is that Why there is a problem in accepting Sex as the only and most important way of enjoyment and those who just seek the same in life every time where are they wrong? To find answer to these problems we must deeply analyse the path from sex to meditation. We will have to understand that sex is important for the body but not for a beautiful life.
 
Sex can provide pleasure to bodily senses but not to the soul.Sex can give pleasure but not happiness. Pleasure is related to pain but happiness is related to soul. The way food can eliminate hunger , same way sex can satisfy some sense but can not satisfy soul.

A perfect balance between the mind, body and soul can  give you eternal happiness , this is the state of Moksha or meditation. This state is a lakh times more satisfying then the temporary pleasure from the act of sex. For eternal happiness do not seek just any partner but seek the divine source of energy and connect with him with a divine wi- fi connection   The way we find solution to most of our queries on google for every phone which is connected on internet, same way those who are always connected to God will find solution or answers to any and every problem. Deep state of meditation will lead you to seamlessly cross this life maze.

-Advait




भोग से मोक्ष के सफर में संभोग जरूरी क्यों?

सेक्स या संभोग का मानवीय भावनाओं और व्यक्तित्व से सीधा कनेक्शन है। सामाजिक मर्यादाओं के दायरे में प्रकृति ने सभी को इस सुखद और रोमांचक अनुभूति की अनुमति दी है। हर कोई इस बारे में समझना और सुनना भी चाहता है, लेकिन सार्वजनिक इकरार से संकोच करता है। सच कहें तो संभोग धरती पर भोग का एक उपक्रम है, लेकिन इससे मिले सुख की सीमा सीमित है, ये स्थायी, अनंत और निरंतर भी नहीं है। यह सामयिक और क्षणिक है। मगर अक्सर लोग इसे सुख का साधन मानने की भूल करते हैं और इसे जीवन का उद्देश्य मान लेते हैं।

दरअसल, सामान्य जीवन में सेक्स का संबंध संतान उत्पति और वंश परंपरा बढ़ाने से है, लेकिन ये स्वास्थ्य, स्वभाव, विचार और संस्कार पर भी असर डालता है। ये जीवन में संतुष्टि और संतुलन भी लाता है, सच कहें तो सेक्स सृष्टि की सभी कल्पनाओं और रचनाओं में समाया हुआ है। धर्म और विज्ञान दोनों ने संभोग को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए गुणकारी और असरकारी माना है।

ऐसे में सवाल ये है कि सेक्स को ही संपूर्ण सुख क्यों न मान लिया जाए? और सेक्स को आनंद का स्रोत समझने वाले गलत क्या कर रहे हैं? इन सवालों के जवाब के लिए संभोग से समाधि और भोग से मोक्ष के सफर को समझना होगा। हमें ये जानना होगा कि सेक्स या संभोग शरीर के लिए जरूरी हो सकता है, मगर सुंदर जीवन के लिए नहीं। 

संभोग से तन और मन की तृप्ति तो हो सकती है लेकिन आत्मा की नहीं। सेक्स सुख तो दे सकता है लेकिन आनंद नहीं। सुख का संबंध दुख से है लेकिन आनंद का संबंध अनंत आत्मा से है। जिस तरह भोजन से भूख मिट जाती है, उसी तरह सेक्स से शरीर की कुछ भावनाएं तृप्त हो जाती हैं, लेकिन इससे जीवन को संपूर्ण संतुष्टि नहीं मिलती।

शरीर, मन और आत्मा के बीच समन्वय की स्थिति परम आनंद का अनुभव देती है, ये समाधि और मोक्ष की अवस्था है। ये आनंद की स्थिति चिरस्थायी है और संभोग से कई लाख गुणा ज्यादा आनंद की अनुभूति देती है। आत्मिक आनंद के लिए परमात्मा को पार्टनर बनाइए और डिवाइन वाई-फाई के जरिए उनसे पर्मानेंट कनेक्शन जोड़ लीजिए। जिस तरह इंटरनेट कनेक्शन से जुड़े मोबाइल फोन में हर सवाल का जवाब "गूगल" पर मिल सकता है, उसी तरह परमात्मा से जुड़े इंसान के जीवन में हर समस्या का समाधान स्वयं हो जाता है। ध्यान की गहरी अवस्था में उसे संसार के भवसागर को पार करने का रोडमैप मिल जाता है। आप भी इनर ट्रीटमेंट की ध्यान पद्धति को अपनाकर परम आनंद की अनुभूति पा सकते हैं।

-अद्वैत

Help for Happiness
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